Rewa News MP : प्राचीन काल से ही भारत में नामकरण पद्धति भारतीय परंपरा और इतिहास का हिस्सा रहा है .
घर में बच्चे के जन्म से लेकर पेड़ पौधों शहर तालाब, नदियां इन सभी का नाम करण किया जाता था। आइए जानते हैं आखिर रीवा शहर का नाम क्यों पड़ा , इस नाम के पीछे का क्या अर्थ है?
विन्ध्याचल पर्वत श्रेणी की गोद में फैले हुए विंध्य प्रदेश के मध्य भाग में बसा हुआ(REWA)शहर जो मधुर गान से मुग्ध तथा बादशाह अकबर के नवरत्न जैसे – तानसेन एवं बीरबल जैसे महान विभूतियों की जन्मस्थली रही है।
कलकल करती बीहर एवं बिछिया नदी के आंचल मेें बसा हुआ(REWA) शहर बघेल वंश के शासकों की राजधानी के साथ-साथ विंध्य प्रदेश की भी राजधानी रही है।
ऐतिहासिक प्रदेश(REWA) विश्व जगत में सफेद शेरों की धरती के रूप में भी जाना जाता रहा है। (REWA)शहर का नाम रेवा नदी के नाम पर पड़ा जो कि नर्मदा नदी का पौराणिक नाम कहलाता है। पुरातन काल से ही यह एक महत्वपूर्ण व्यापार मार्ग रहा है। (REWA) विंध्य क्षेत्र की राजधानी भी रहा है ।
रीवा और रेवा में क्या फर्क है?
क्योंकि रीवा शहर का नाम रेवा नदी के नाम की वजह से है, यही कारण है कि कभी-कभी कुछ लोग इसे रेवा नाम से भी बुलाते हैं। वर्तमान समय में आधिकारिक रूप से शहर का नाम रीवा है।
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