परिहार आईएएस अकादमी

IAS Success Story: कभी कमजोर अंग्रेजी का लोग मजाक बनाते थे, पहले ही प्रयास में हिमांशु बने आईएएस अफसर

यूपीएससी में आप किस बैकग्राउंड से आए हैं यह ज्यादा मायने नहीं रखता. यहां अगर आपको सफलता प्राप्त करनी है तो लगातार मेहनत और सटीक रणनीति बनानी पड़ती है. यहां सफलता के लिए कोई शॉर्टकट नहीं होता

Success Story Of IAS Topper Himanshu Nagpal: आज आपको यूपीएससी परीक्षा कब पास करके पहले ही प्रयास में आईएएस अफसर बनने वाले हिमांशु नागपाल की कहानी बताएंगे, जिनका कभी लोग अंग्रेजी कमजोर होने के कारण मजाक बनाते थे. हिमांशु की इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई हिंदी मीडियम से हुई थी और ऐसे में उनका अंग्रेजी पर ज्यादा फोकस नहीं रहा था. हालांकि इन सब को दरकिनार कर उन्होंने जीरो से पढ़ाई शुरू कर यूपीएससी में सफलता प्राप्त कर ली. उनकी कहानी ऐसे लोगों के लिए प्रेरणादायक है जिन्हें लगता है कि वह यूपीएससी की परीक्षा को पास नहीं कर पाएंगे

इंटरमीडिएट के बाद हिमांशु पढ़ाई के लिए बाहर गए और उनके पिता भी उनके साथ गए थे. कॉलेज में टॉपर के नाम का एक बोर्ड लगा हुआ था जिसको देखकर उनके पिता ने कहा मैं तुम्हारा नाम यहां देखना चाहता हूं. वहां से वापस लौटते वक्त उनके पिता का एक्सीडेंट हो गया और इससे उनकी दुनिया हिल गई. पिता की मौत के बाद हिमांशु ने ठान लिया था कि वह यूपीएससी की परीक्षा को हर हालत में पास करके दिखाएंगे. हालांकि इसके बाद उनके भाई की भी मौत हो गई और इससे उनकी जिंदगी काफी संघर्षपूर्ण बन गई. ऐसे में हिमांशु ने जैसे तैसे परिवार को संभाला और यूपीएससी की तैयारी जारी रखी

ऐसा रहा यूपीएससी का सफर

हिमांशु के पिता और भाई की मौत के बाद उनकी जिंदगी काफी मुश्किल हो गई लेकिन उन्होंने ठान लिया था कि वे यूपीएससी की परीक्षा को हर हाल में पास करके ही मानेंगे. ऐसे में उन्होंने एक अच्छी रणनीति बनाकर तैयारी शुरू कर दी. कड़ी मेहनत और अच्छी रणनीति की बदौलत उन्हें पहले ही प्रयास में सफलता मिल गई और उनका आईएएस अफसर बनने का सपना पूरा हो गया. इस तरह उनका सफर काफी संघर्षपूर्ण रहा।

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