Mirjapur Web series पर टूट पड़ी कवयित्री अनामिका अम्बर
Mirjapur web series criticism : कविता,और कवि सम्मेलन,,चेतना और आनंद के सृजन केंद्र रहे हैं।।इनके माध्यम से सदा राष्ट्र का गर्व गौरव पीड़ा हताशा, आशा, विश्वास, विसंगति, प्रेम आस्था आदि को स्वर मिला है,, राष्ट्र में रहने वाले नागरिकों के हृदय में उठने वाले भावों का मुखरित स्वर है हमारा कवि सम्मेलन संस्थान,, इसकी नकारात्मक व्याख्या न सिर्फ असहनीय है बल्कि निंदनीय है।।
संस्थान के नैतिक मूल्यों में कितनी गिरावट आई है ये विमर्श का विषय हो सकता है पर कवि सम्मेलन का मंच आज भी व्यास गद्दी की मान्यता को प्राप्त है.
“इसके अनादर की छूट किसी को नहीं दी जा सकती,, और किसी ओटीटी की किसी भौंडी सीरीज के आर्थिक लाभ के लिए तो कतई नहीं।”
कुछ लोग बनारस के होली के कवि सम्मेलन के उदाहरण देकर #Mirzapur 3 बेव सीरीज में होने वाले कवि सम्मेलन की जायज ठहरा रहे हैं पर वाराणसी कवि सम्मेलन बनारसी
तेवर ,खिलंदड़ेपन और मस्ती का प्रतिनिधित्व भले करता हो लेकिन वह निराला, पंत , प्रसाद, महादेवी वर्मा, बच्चन, नीरज, बालकवि बैरागी, रामरिख मनहर, प्रभा ठाकुर, इंदिरा इन्दु ,कुंवर बेचैन आदि की काव्य परम्परा का हिस्सा नहीं है वो काव्य परम्परा जिसे हम न सिर्फ जीते हैं बल्कि उसकी आराधना भी करते हैं, ये कवि सम्मेलन हमारी कर्म साधना ही नहीं धर्म साधना भी है और मर्म साधना भी । समाज में चेतना का जागरण और आनंद की सृष्टि करने वाले ऐसे पवित्र संस्थान की इतनी दुर्दांत प्रस्तुति के लिए मैं व्यक्तिगत स्तर पर इसकी निंदा करती हूँ बाकी सबके अपने मत हैं और अपना विवेक एवं संस्थान और मंच के प्रति अपनी निष्ठा।।।।।
Bagheli Web Series System Review : बघेली की पहली वेबसीरीज SYSTEM हो गई फ्लाप! ये रही वजह