FeaturedFoodFoodsHealthLife StyleLifestyleNewsOthersScience

जन्माष्टमी व्रत कथा करने के 5 तरीके! Shrikrishn Janmashtami Brat Ke tarike in hindi

जन्माष्टमी व्रत कथा करने के 5 तरीके! Shrikrishn Janmashtami Brat Ke tarike in hindi

 

 

Shrikrishn Janmashtami Brat Ke tarike in hindi : श्री कृष्ण जन्माष्टमी व्रत कथा और विधि इस प्रकार है:

 

कथा:

 

– भगवान कृष्ण के जन्म की कथा का पाठ किया जाता है।

– भगवान कृष्ण का जन्म मथुरा में हुआ था।

– उनके माता-पिता वासुदेव और देवकी थे।

– भगवान कृष्ण का जन्म भगवान विष्णु के अवतार के रूप में हुआ था।

– भगवान कृष्ण का जन्म भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को हुआ था।

 

 विधि: Shrikrishn Janmashtami Brat Ke tarike in hindi

 

 

– जन्माष्टमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें।

– भगवान कृष्ण की पूजा करें और उन्हें भोग लगाएं।

– भगवान कृष्ण के जन्म की कथा का पाठ करें।

– दिनभर उपवास रखें और रात में भगवान कृष्ण के जन्म के समय भोजन करें।

– भगवान कृष्ण को झूला झूलाएं और उन्हें गीत गाएं।

– भगवान कृष्ण की पूजा में तुलसी, फल, और मिठाई चढ़ाएं।

 

यह व्रत भगवान कृष्ण के जन्म के उपलक्ष्य में रखा जाता है और इसे करने से भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्त होती है।

 

 

 

 

जन्माष्टमी व्रत कथा करने के 5 तरीके! Shrikrishn Janmashtami Brat Ke tarike in hindi

 

 

जन्माष्टमी हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो भगवान कृष्ण के जन्म के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इस दिन लोग उपवास रखते हैं, पूजा करते हैं, और भगवान कृष्ण की कथा सुनते हैं। यहाँ जन्माष्टमी व्रत कथा करने के 5 तरीके दिए गए हैं:

 

पूरे दिन उपवास रखें

Mohan yadav news

जन्माष्टमी के दिन सुबह से लेकर रात तक उपवास रखें और भगवान कृष्ण की पूजा करें। उपवास रखने से शरीर और मन शुद्ध होता है और भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्त होती है।

 

रात्रि जागरण करें

 

जन्माष्टमी की रात को जागरण करें और भगवान कृष्ण की भजन-कीर्तन करें। रात्रि जागरण करने से भगवान कृष्ण के जन्म की खुशी में भाग लेते हैं और उनकी कृपा प्राप्त होती है।

 

भगवान कृष्ण की पूजा करें

 

जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण की पूजा करें और उन्हें भोग लगाएं। पूजा करने से भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्त होती है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

 

जन्माष्टमी व्रत कथा सुनें

 

जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण के जन्म की कथा सुनें और उसे पढ़ें। कथा सुनने से भगवान कृष्ण के जीवन के बारे में जानकारी मिलती है और उनकी कृपा प्राप्त होती है।

 

दान करें

 

जन्माष्टमी के दिन गरीबों और जरूरतमंदों को दान करें और भगवान कृष्ण की सेवा करें। दान करने से भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्त होती है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

 

इन 5 तरीकों से आप जन्माष्टमी व्रत कथा कर सकते हैं और भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।

 

REWA NEWS : डॉक्टर्स डे पर वैश्य महासम्मेलन युवा इकाई ने किया डॉक्टरों का सम्मान

Leave a Reply

Related Articles