Sidhi News : सीधी जिले के ग्राम मड़वास के रहने वाली संध्या शुक्ला ने कभी नहीं सोचा था कि उनके भी जीवन में परिवर्तन आएगा। पढ़ी-लिखी महिला होने के बाद भी उनका पूरा समय घर के घरेलू कार्य में बीत जाता था। आजीविका मिशन की टीम के समझाइस देने के बाद उन्होंने ठाकुर स्व सहायता समूह का गठन किया। स्वसहायता समूह के गठन के बाद धीरे-धीरे बचत करने लगी जिससे उनके पास बचत के भी पैसे समूह में 04 हजार रुपए जमा हुए, 3 महीने बाद चक्रीय कोष की राशि 20 हजार रुपए प्राप्त हुई, 6 महीना बाद स्व सहायता समूह का 02 लाख रुपए का सीसी लिमिट कराया गया और 02 लाख में 50 हजार रुपए लेकर संध्या ने जनरल सामग्री के साथ-साथ लैपटॉप एवं बीसी पॉइंट खोल लिया जिसके माध्यम से वह पैसे का लेनदेन भी करने लगी। गांव बाजार के पास होने के कारण लोगों का आना-जाना मड़वास में लगा रहता है। आसपास के पंचायत के लोग आते हैं यहां से आधार के माध्यम से पैसा निकालते हैं। इसके साथ-साथ किराना एवं अन्य सामग्री रखने से संध्या को डबल फायदा हो रहा है।
आज संध्या की मासिक आमदनी 12 हजार से 15 हजार रुपये है जिससे परिवार का भरण पोषण अच्छी तरीके से चल रहा है। आय का एक बड़ा हिस्सा वह बचत के रूप में रखती हैं जो उसके भविष्य में काम आएगा। बैंक से लिए हुए लोन की 50 हजार रुपए की राशि उनके द्वारा किस्त वार लौटा दिया गया है। अब एक लाख रुपए फिर से बैंक के माध्यम से सीसी लिमिट से लिया गया है जो उनके व्यापार को बढ़ाने में लगातार मदद कर रहा है। इस सफलता पर संध्या शुक्ला ने कहा कि वास्तव में इन सब कामों के लिए कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के मार्गदर्शन में आजीविका मिशन के माध्यम से जो गांव-गांव में स्व सहायता समूह के माध्यम से लोगों को जोड़ के वित्तीय संसाधन विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है यह सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। सभी कोई आजीविका मिशन से जुड़े एवं स्व सहायता समूह के माध्यम से राशि प्राप्त करें अपने जीवन में संवहनीय आजीविका प्राप्त करें।