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Election report in rewa News :रीवा जिले की सेमरिया विधानसभा सीट पर दो विरोधियों के बीच सीधी टक्कर होने की संभावना है. कांग्रेस से भाजपा में और भाजपा से कांग्रेस में शामिल होने वाले अभय मिश्रा को कांग्रेस ने सेमरिया से विधानसभा का उम्मीदवार बनाया है.वहीं केपी त्रिपाठी (KP TRIPATHI) सेमरिया विधानसभा से विधायक है. अभय मिश्रा केपी त्रिपाठी के विरोधी माने जाते हैं.कांग्रेस से भाजपा में आए अभय मिश्रा (ABHAY MISHRA ) को बहुत ज्यादा भाव नहीं मिल रहा था. जिसके वजह से कांग्रेस नेताओं के बँगले मे चक्कर काटते हुए दिखाई दिए थे. इसके बाद कमलनाथ ने अभय मिश्रा पर भरोसा करते हुए सेमरिया विधानसभा से उम्मीदवार बनाया है.
अभय मिश्रा और केपी त्रिपाठी के बीच होगी टक्कर
सेमरिया विधानसभा मे तीन दलों के बीच टक्कर होने की संभावना जताई जा रही है.जिसमें कांग्रेस के अभय मिश्रा और बीजेपी के केपी त्रिपाठी के बीच सीधा मुकाबला है.बता दें कि अभय मिश्रा को 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने रीवा सीट से उतरा था जिनका मुकाबला बीजेपी के राजेंद्र शुक्ला से था. अभय मिश्रा 18089 वोटो के अंदर से चुनाव हार गए थे.इसके बाद से ही वह सेमरिया विधानसभा सीट पर सक्रिय हो गए थे.
अभय मिश्रा (Abhay Mishra)को रीवा से चुनाव लड़वाना चाहती थी कांग्रेस
सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस अभय मिश्रा (Abhay mishra )को रीवा से चुनाव लड़ना चाहती थी. लेकिन उन्होंने सेमरिया विधानसभा से ही टिकट की मांग की थी. सेमरिया विधानसभा के कांग्रेस के कार्यकर्ता अभय मिश्रा के खिलाफ खड़े हुए थे.ब्लॉक से लेकर जिला तक के नेता अभय मिश्रा के खिलाफ थे.उन्होंने पार्टी को पत्र लिखकर अभय मिश्रा का विरोध जताया था. लेकिन कांग्रेस ने अभय मिश्रा को सेमरिया से टिकट दिया गया है.जबकि केपी त्रिपाठी सेमरिया विधानसभा से विधायक हैं.मध्य प्रदेश 2023 के विधानसभा चुनाव में केपी त्रिपाठी के टिकट कटने की लिए अटकले लगाई जा रही थी. लेकिन केपी और राजेंद्र शुक्ल के नजदीकी रिश्ते की वजह से केपी त्रिपाठी एक बार फिर सेमरिया विधानसभा से बीजेपी के उम्मीदवार हैं. केपी त्रिपाठी और अभय मिश्रा के बीच बहुत ज्यादा विरोधाभास है. वह एक दूसरे के विरोधी हैं ऐसे में इस सीट पर दिलचस्प लड़ाई होने की संभावना है.
अभय मिश्रा की राह नहीं होगी आसान
बता दें कि अभय मिश्रा और उनकी पत्नी नीलम मिश्रा दोनों ही सिमरिया विधानसभा से विधायक रह चुके हैं अभय मिश्रा ने 2008 में बीजेपी के टिकट से चुनाव जीत कर विधायक बने थे वही 2013 के विधानसभा चुनाव में अभय मिश्रा की पत्नी नीलम मिश्रा मैं बीजेपी के टिकट से चुनाव जीता था 2018 विधानसभा चुनाव में अभय मिश्रा कांग्रेस में शामिल हो गए थे बीजेपी ने उनकी जगह के MP3 पार्टी को टिकट दिया था 2015 में अभय मिश्रा भाजपा के टिकट से रीवा जिला पंचायत अध्यक्ष भी बने थे इस बार के चुनाव में कांग्रेस के स्थानीय कार्यकर्ता अभय मिश्रा को टिकट दिए जाने के बाद से ही काफी नाराज चल रहे हैं जिसकी वजह से अभय मिश्रा की मुश्किल में बढ़ सकती हैं और अभय मिश्रा को पार्टी में शामिल किए जाने पर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पत्र लिखकर आल्हा कमान के सामने अपना विरोध जताया था.
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