मध्यप्रदेश /ग्वालियर (Gwaliyar News): शादी के 6 महीने बाद ही एक युवती के मां बनने का अनोखा मामला सामने आया है। महिला के मां बनते ही उसके ससुराल में हंगामा मच गया। ससुराल वालों ने बच्चे को नाजायज कहते हुए महिला को घर से निकाल दिया।

पूरा मामले मध्यप्रदेश के ग्वालियर का है। बताया जा रहा है घटना एक साल पहले की है। लेकिन इस मामले में कुटुम्ब न्यायालय की मीडिएशन सेल ने ऑनलाइन काउंसलिंग के जरिए परिवार को बिखरने से बचा लिया।
ग्वालियर में कुटुंब न्यायालय के काउंसलर हरीश दीवान के मुताबिक महिला ने सोशल मीडिया पर मीडिएशन सेल का नंबर देखने के बाद उनसे संपर्क किया।
युवती ने बताया कि 2020 की 30 मई को उसने गुना निवासी युवक के साथ प्रेम विवाह किया था। शादी के 6 महीने बाद 10 दिसंबर को उसने एक बच्चे को जन्म दिया। 6 महीने के अंदर बच्चा होने से ससुराल में हंगामा मच गया और कुछ दिन बाद बच्चे को नाजायज बताकर महिला को घर से निकाल दिया। युवती के बार-बार गुहार लगाने पर भी उसका पति हकीकत को जानते हुए भी चुप रहा।
महिला की पूरी बात सुनने के बाद काउंसलिंग टीम ने उसके पति से बात की। लेकिन पति भी उस बच्चे को अपना मानने से इनकार करता रहा। इसके बाद काउंसलिंग टीम ने युवक से कहा कि उसने लव मैरिज तो घरवालों के सामने की, लेकिन, इससे पहले वो मंदिर में उस महिला से शादी कर चुका था.
और पत्नी बनाकर फिजिकल रिलेशन बनाता रहा। साथ ही टीम ने पति को बताया कि अगर बच्चे का DNA टेस्ट उससे मिलान हो गया तो उसे पत्नी और बच्चे को नहीं उपनाने पर जेल जाना पड़ेगा।
इसके बाद पति ने काउंसलिंग टीम के सामने माना की बच्चा उसी का है, लेकिन समाज और परिवार के डर से वह कुछ नहीं बोल पा रहा है।
काउंसलिंग टीम के द्वारा हिम्मत बढ़ाने के बाद युवक ने अपने परिवारवालों को सारा किस्सा सुनाया। आखिर में सासुराल वालों को भी अपनी गलतफहमी का अहसास हुआ। इसके बाद सास गुना से अशोकनगर जाकर अपने बहू-पोते को लेकर खुशी-खुशी घर लौटी।
दरअसल युवक-युवती की फेसबुक पर दोस्ती हुई थी। दोनों एक दूसरे से चैट करने लगे। धीरे-धीरे एक दूसरे से प्यार करने लगे और मिलने भी लगे। 2020 की 30 मई को उनकी शादी सामाजिक तौर पर हुई, लेकिन उससे पहले वह मंदिर में प्रेम विवाह कर चुके थे।
2020 में ही दिसंबर में महिला ने बच्चे को जन्म दिया। जिसे ससुराल वालों ने गलत समझ लिया और उसे घर से निकाल दिया। इतना कुछ होते हुए भी पति तकरीबन एक साल तक चुप रहा और अपनी पत्नी को मानसिक और सामाजिक पीड़ा झेलने के लिए अकेला छोड़ दिया।